मंगलवार, 15 नवंबर 2011

दाउद ने अपनी कब्र ढूंढी...



मुंबई| दाऊद इब्राहिम भले ही भारत से बाहर रहकर अंडरवर्ल्‍ड का अपना साम्राज्‍य चलाता है लेकिन उसकी इच्‍छा है कि मरने के बाद उसे भारत में ही दफन किया जाए। हाल में खबर आई थी कि दाउद ने अपने गुर्गों को मुंबई में ही खुद के लिए कब्र की जगह देखने को कहा है। लेकिन डी कंपनी के सूत्र बता रहे हैं कि यह बात 1982 की है जब अंडरवर्ल्‍ड सरगना ने मरीन लाइंस में चंदनवाड़ी स्थित बड़ा कब्रिस्‍तान में खुद के लिए जगह बुक करा लिया था। दाऊद के जुड़े के एक शख्‍स के मुताबिक अंडरवर्ल्‍ड सरगना अपनी मां की कब्र के बगल में दफना होता चाहता है।
      बड़ा कब्रिस्‍तान ट्रस्‍ट को चंदे के तौर पर दाऊद और उसके परिवार ने करीब 30 साल पहले 5000 रुपये दान किए थे और परिवार के सभी सदस्‍यों के लिए कब्र की जगह बुक करा ली थी। सूत्र ने बताया, ‘आज भी कब्रगाह की मरम्‍मत के लिए कब्रिस्‍तान के अधिकारियों को नि‍यमित रकम दी जाती है इसके बदले दाऊद के परिजनों की कब्र की अच्‍छी तरह देखभाल भी की जाती है।
 दाऊद की मां अमीनबाई, पिता इब्राहिम, भाई सबीर और जीजा इब्राहिम पारकर को भी इसी कब्र में दफन किया गया है। दाऊद परिवार के अन्‍य सदस्‍यों ने भी इसी कब्रगाह में दफन होने की इच्‍छा जताई है।
 दाऊद के बड़े भाई सबीर को पठान गैंग ने 1981 में ही मार डाला था। इस हत्‍या के बाद सबीर को बड़ा कब्रिस्‍तान में दफनाया गया। अपने भाई की हत्‍या का बदला लेने के लिए दाऊद ने कई हत्‍याएं की। अंडरवर्ल्‍ड के एक अन्‍य सूत्र के मुताबिक सबीर की मौत के बाद कासकर परिवार ने फैसला किया कि बड़ा कब्रिस्‍तान में उनके परिवार के सभी सदस्‍यों को दफनाया जाएगा।‘दाऊद का छोटा भाई नूरा मार्च 2009 में दिल का दौरा पड़ने से मरा था और उसे भी बड़ा कब्रिस्‍तान में ही दफनाया जाना था। लेकिन अंतरराष्‍ट्रीय दबाव के चलते उसका शव मुंबई नहीं लाया जा सका और कराची में एक गोपनीय जगह में दफना दिया गया।
आज भी शब-ए-बारात के दिन दाऊद परिवार के सदस्‍य अपने पुरखों की इसी कब्र पर जाकर दुआएं मांगते हैं। 2003 में भारत प्रत्‍यर्पित किए जाने के तुंरत बाद ही दाऊद के छोटे भाई इकबाल ने भी कोर्ट से इजाजत मांगी और अपने पुरखों की कब्र का दौरा किया।
 हालांकि खुफिया विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा हालात के चलते दाऊद के लिए अपने पुरखों की कब्र के बगल में दफन होना मुश्किल लगता है। एक अधिकारी ने बताया, ‘यदि दाऊद पाकिस्‍तान में मरता है तो वहां के अधिकारी कभी यह मानने को तैयार नहीं होंगे कि वह पाकिस्‍तान में ही रहता था। ऐसे में दाऊद की मौत को छिपाने की कोशिश की जाएगी और भाई नूरा की तरह उसे भी गोपनीय तरीके से पाकिस्‍तान में ही दफना दिया जाएगा।’
 दाऊद इब्राहिम 1993 में हुए मुंबई सीरियल धमाकों में आरोपी है। हाल में ऐसी खबर आई कि दाऊद की सेहत लगातार गिर रही है और उसे दो बाद दिल के दौरे पड़े हैं। 


(राष्ट्रभूमि से साभार)

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