शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

एमएमएस बनाकर नाबालिग से डेढ़ साल तक रेप करने के आरोप में डिप्टी एस.पी. को जेल



प्रवीण शुक्ला 
कानपुर। एयरफोर्स अधिकारी 
की नाबालिग बेटी से रेप के 
मामले में पुलिस अधिकारी
अमरजीत शाही को गिरफ्तार 
कर लिया गया। कोर्ट ने शाही 
को 14 दिन की न्यायिक 
हिरासत में भेज दिया है। 
स्थानीय अदालत ने 16 
अप्रैल को शाही की गिरफ्तारी 
के लिएगैर जमानती वॉरंट 
जारी किया था। रेप का आरोप 
लगने से पहले अमरजीत शाही 
प्रतापगढ़ में सीओ के पद पर तैनात थे। 
हालांकि, कुछ दिनों पहले ही उन्हें निलंबित कर दिया 
गया था।
एयरफोर्स के कैप्टन एमसी विद्यार्थी ने सीओ शाही के खिलाफ 12 वीं में पढ़ने वाली अपनी 
17 साल की बेटी साक्षी के साथ रेप करके अश्लील फिल्म बनाने और ब्लैकमेल करने की 
शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में साक्षी और उसके परिवार ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से 
न्याय दिलाने की गुहार लगाई थी। इसके बाद सीएम के निर्देश पर प्रतापगढ़ में तैनात सीओ 
शाही को निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद अमरजीत शाही की गिरफ्तारी को 
लेकर साक्षी और उसके परिवार ने मोर्चा खोल दिया था। पिछले सप्ताह शनिवार से परिवार 
के लोग क्रमिक अनशन पर बैठ गए, जिससे पुलिस के आला अफसरों में बेचैनी बढ़ गई थी।
शाही प्रकरण में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है। शाही डेढ़ साल से साक्षी का यौन 
शोषण करता रहा और आला अफसर सब जानते हुए भी खामोश रहे। इस मामले में साक्षी भी 
अपना बयान बदलती रहीं। पहले उसे अपने पिता पर ही दुष्कर्म का आरोप लगाया था। 17 
मार्च को जब मामला मीडिया के सामने आया तब भी पुलिस ने साक्षी से तहरीर लेकर उसके 
पिता के खिलाफ ही दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया था। बाद में साक्षी ने अपना बयान 
बदल दिया था। साक्षी ने दूसरे बयान में कहा था कि शाही ने उसके साथ दुष्कर्म किया और 
एमएमएस बनाकर ब्लैकमेल करता रहा। बावजूद इसके पुलिस शाही को गिरफ्तार नहीं कर 
रही थी।

कैसे हुई थी शुरुआत

करीब सवा दो साल पहले 26 जनवरी के समारोह में साक्षी ने पुलिस लाइन में डमी प्लेन 
उड़ाया था। उसी वक्त कानपुर कैंट के अधेड़ सीओ अमरजीत शाही, साक्षी पर फिदा हो गए 
थे। उसने साक्षी के पिता कैप्टन एमसी विद्यार्थी से दोस्ती बढ़ाई और घर आना-जाना शुरू 
कर दिया। इसके बाद शाही कैप्टन और उनकी पत्‍‌नी की गैर मौजूदगी में उनके घर आने-जाने 
लगा। आरोप है कि नवंबर, 2010 में एक दिन जब साक्षी घर में अकेली थी तो शाही ने उससे 
चाय बनाने को कहा। फिर चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ रेप किया और 
एमएमएस बना लिया। आरोप के मुताबिक, इसके बाद शाही, साक्षी को ब्लैकमेल करने लगा। 
उसने साक्षी से एक कागज पर लिखवा लिया कि पिता ने उसके साथ दुराचार किया है। 
कानपुर से प्रतापगढ़ ट्रांसफर होने के बाद भी शाही, साक्षी के घर आता रहा या फिर कहीं और 
बुलाता रहा। 17 मार्च को साक्षी के जहर खाने से मामला मीडिया के सामने आया और शाही 
कानून के शिकंजे में फंसा।

( राष्ट्रभूमि से )

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