"अपराधी मस्त - पुलिस पस्त"
प्रवीण शुक्ल
कानपुर उत्तर प्रदेश !
कानपुर में चेन छीनने, लूटपाट, हत्या की घटनाओ में दिनोदिन हो रही बढोत्तरी से आम जनता में दहशत व्याप्त हैं ! दहशत हो भी क्यों न आखिर पिछले १० दिनों में महिलाओ से लूट की २१ घटनाये हुयी है ! भले ही शहर के आला पुलिस अधिकारी लगातार अपराध पर काबू करने का दावा कर रहे हो लेकिन आंकड़े इसके उलट उनकी पोल खोल रहे हैं ! बदमाशो का हौसला इस कदर बढा हुआ है कि वो कभी भी आकर कही भी आकर लूट कर के निकल जातें है और पुलिस हाथ मलते रह जाती है कभी सीमा विवाद के नाम पर तो कभी मुखबिरों कि कमी का बहाना जनता को सुनने को मिलता है ! कोतवाली थाना क्षेत्र में २८ जुलाई की सुबह मेस्टन रोड में ठीक पुलिस पिकेट के सामने वकील दम्पति के साथ हुयी लूट में लुटेरे लूट कर के सामने से निकल गए और पुलिस वाले उनको पकड़ने की बजाये मामला दूसरे थाने का बताते रहे ! बदमाशो की बढ़ी हुयी हिम्मत का नमूना तब भी देखने को मिला जब अपने पति के साथ नाग पंचमी का मेला घुमने आये युवती से बदमाशो ने पति के सामने ही छेड़छाड़ कर दी और पति के विरोध करने पर उसको पीट कर लहू लुहान कर दिया जबकि मेला होने की वज़ह से पर्याप्त पुलिस कर्मी मौके पर थे ! इस पर सिर्फ एक बदमाश ही पकड़ में आ पाया बाकी भागने में सफल रहे ! जरीब चौकी पर महिला के साथ लूट , महराजपुर में दम्पति से लूट , बेनाझाबर में पुलिस चौकी के सामने पर्स की लूट , सर्वोदय नगर में लूट , चकेरी में रेलवे अधिकारी की पत्नी के साथ चेन लूट, किदवई नगर में वृद्धा के साथ लूट, पांडू नगर में लूट, बर्रा में , लाजपत नगर इत्यादि कानपुर महानगर का कोई भी हिस्सा इन बदमाशो से सुरक्षित नहीं हैं !
आला अधिकारियो के अनुसार लुटेरे लगातार पकडे जा रहे हैं , सुरागकाशी चल रही हैं जल्द ही अच्छे नतीजे आयेंगे ! लेकिन इनके बयान नागरिको विशेषकर महिलाओ में बने आतंक को दूर करने में सर्वथा नाकाम साबित हो रहे हैं ! महिलाये असुरक्षित और असहाय महसूस कर रही हैं वो भी जब कि सूबे की मुखिया स्वयं महिला है और इन बढती हुयी घटनाओ से उनके आतंक मुक्त समाज के नारे की धज्जियाँ उड़ रही हैं !
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