पितृपक्ष में ऐतिहासिक तर्पण ..

केंद्र सरकार ने देश में गरीबी के मायेने ही बदल दिए
है , हमारे बेहद काबिल प्रधानमंत्री और उतने ही
काबिल योजना आयोग के उपाध्यक्ष की नज़र से देखे तो हमारे लिए देश के लिए एक
ऐतिहासिक दिन , क्युकी मुझे नहीं लगता की अब देश में इनके
अनुसार कोई गरीब बचा भी होगा . जिसको अब मुर्ख लोग गरीब समझते थे उनसे पूछा तो वो
भी अकेले "माधुरी" में शाम को ४८ रूपए खर्च कर देते है ! तो अब तो
खुशिया मनाने, सरकार की जय जयकार करने का मौका है . विश्व कप
जीतने में हम रात रात भर जागकर पटाखे जलाकर हुल्लड करके खुशिया मनाते तो है न
क्युकी हमको राष्ट्र की चिंता है , दुनिया में अपना जलवा बढ़ने की खुशी होती है !
तो ये भी एक बडा अवसर है ,हम सभी भारत वासियो को इसका भरपूर जश्न मनाना
चाहिए ! आखिर करीब करीब सभी भारत वासी गरीबी रेखा से ऊपर उठ गए है , और हमारे काबिल नेताओ की कृपा से और भी ऊपर उठ
जायेंगे , ऊपर जाकर हम सभी लोग ऊपर रह रहे इनके पुरखो से
मिलेंगे (जिनका पुराना स्वप्न था गरीबी हटाओ - देश बचाओ ), और उनको बताएँगे कि उनकी प्यारी बहु के चहेतों
ने पितर पक्ष में उनको ऐतिहासिक सीधा दिया है , अब उनके तरने का समय आ गया , गरीबी खतम गरीब खतम , आने वाले चुनाव में अगर हमने इनको सारे के सारे
चुनाव न जिताए तो हम भारतीय वास्तव में एहसान फरामोश कहलाएंगे !
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