सोमवार, 21 नवंबर 2011

श्..श..श..जगाए ..मगर प्यार से

सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे सभ्य और सुसंस्कारी हों। इसलिए उन्हें सभी बुरी आदतों और बातों से दूर रखने के प्रयास किए जाते हैं। फिर भी लाख कोशिशों के बाद भी कुछ माता-पिता की संतान गलत आदतों का शिकार हो जाती है। ऐसे में उन्हें पुन: सही मार्ग पर लाने के लिए कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बच्चों की बुरी आदतें कैसी सुधारी जाएं इस संबंध में शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं, जो कि परंपरागत रूप से चले आ रहे हैं। आज भी विद्वान और बुजूर्ग लोग इन परंपराओं का निर्वहन करते हैं। शास्त्रों के अनुसार सुबह उठते समय भगवान का नाम लेने या सुनने से व्यक्ति के सभी बुरे विचार नष्ट हो जाते हैं। इसी वजह से सुबह-सुबह भगवान की आरती के स्वर सुनाए जाने चाहिए।
बच्चों को नींद से जगाने से पहले दो मिनट हल्की आवाज से हरे रामा हरे कृष्णा रामा रामा हरे... इस मंत्र का गायन करें। इससे बच्चों में सदाचार का विकास होता है। नाम से या चिल्लाकर बच्चों को न उठाएं। यदि ऐसा संभव न हो तो आजकल मार्केट में भगवान के मंत्रों की इलेक्ट्रानिक बेल मिलती है उसे हर सुबह चलाया जा सकता है। मोबाइल में भगवान के भजन आदि का आलार्म सेट किया जा सकता है। इस प्रकार नींद से जागते ही भगवान का नाम लिया जाए या सुना जाए तो गलत आदतें छुट जाती हैं।

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