मुंबई| अंबानी बंधुओं के बीच की ‘दीवार’ जल्द टूटने वाली है? ऐसी खबर है कि मुकेश और अनिल अंबानी अपने अपने कारोबार को मजबूती देने के मकसद से फिर से साथ हो रहे हैं और खबरों के मुताबिक इस भाईचारे के सूत्रधार देश विदेश में विख्यात एक कथावाचक संत है ! एक बार पहले भी इन संत की कोशिशे परवान चढ़ते चढ़ते रह गयी थी !
54 साल के मुकेश और 52 साल के अनिल यदि फिर से एक साथ मिलकर कारोबार करते हैं तो यह दलाल स्ट्रीट के लिए अच्छी खबर है। धीरूभाई अंबानी के कारोबार साम्राज्य में विभाजन और परिवार में अलगाव की वजह से मुकेश और अनिल के कारोबार को काफी नुकसान हुआ है और शेयरहोल्डरों की गाढ़ी कमाई लुट गई। अब ऐसी चर्चा है कि बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा से कारोबार में आने वाली मुश्किल, कंपनी के शेयरों में लगातार आती गिरावट और राजनीतिक गलियारे में ढीली होती पकड़ के मद्देनजर दोनो भाई ‘गोपनीय करार’ के तहत फिर से एक होने जा रहे हैं।
मुकेश अंबानी की कंपनी ने हाल ही में ऐलान किया था कि वो लोगों को बेहद कम कीमत पर टेबलेट कंप्यूटर और हाई स्पीड डाटा सर्विस की सुविधा उपलब्ध करवाएगी। इसके बाद खबर आई कि मुकेश अंबनी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अनिल अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के टावर और ऑप्टिक केबल का इस्तेमाल कर सकती है। अगर वाकई ऐसा होता है तो साल 2005 में दोनों भाइयों के बीच कारोबार को लेकर हुए बंटवारे के बाद यह पहली बड़ी साझेदारी होगी। यदि ऐसा होता है तो करीब 33 हजार करोड़ के कर्ज तले दबे अनिल अंबानी को बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि दोनों भाईयों के बीच मेलजोल के संकेत नंवबर 2010 में मिले थे जब अनिल की रिलांयस एडीएजी ने कंपनी के मास्टर ब्रांड से अपना नाम हटाकर रिलायंस ग्रुप कर लिया था।
baba ji ka naam bhi bata de bhai sahab..
जवाब देंहटाएंrajneesh batham
rajkot.
होता है... होता है....
जवाब देंहटाएंखून के रिश्तों में ऐसा ही होता है.
जरूरी है की दुश्मनी ऎसी की जाए की जब दोस्ती हो तो नजरें न चुराना पड़े....